Durge Durgat Bhari Aarti

श्री दुर्गा देवीची आरती : दुर्गे दुर्घट भारी तुजविण संसारी

Durge Durgat Bhari – Devichi Aarti Lyrics in Marathi || श्री दुर्गा देवीची आरती || दुर्गे दुर्घट भारी तुजविण संसारी।अनाथ नाथे अम्बे करुणा विस्तारी।वारी वारी जन्म मरणांते वारी।हारी पडलो आता संकट निवारी॥ जय देवी जय देवी महिषासुरमथिनी।सुरवर ईश्वर वरदे तारक संजीवनी॥ त्रिभुवन-भुवनी पाहता तुज ऐसी नाही।चारी श्रमले परन्तु न बोलवे काही।साही विवाद करिता पडले प्रवाही।ते […]

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