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प्रयागराज महाकुंभ 2025: बसंत पंचमी के बाद कब है महाकुंभ का अगला बड़ा स्नान ?

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प्रयागराज महाकुंभ 2025 : MahaKumbh Mela 2025

सबको पता है महाकुंभ का आरंभ हो चुका है। महाकुंभ की शुरुआत 15 जनवरी 2025 अर्थात पौष पूर्णिमा के दिन हुई है। महाकुंभ में सबसे पहले शाही स्नान पौष पूर्णिमा को हुआ और बाकी के मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, और बसंत पंचमी को संपन्न हुए है| अमृत स्नान (शाही स्नान) का हिंदू धर्म मे विशेष महत्त्व हे| शाही स्नान को बहुत ज्यादा पुण्यदायी माना जाता है. हजारो और लाखो की संख्या मे श्रद्धालू महाकुंभ मे स्नान करने के लिए पहुंचते हैं|

महाकुंभ सनातन धर्म और परंपरा की विशेषता को दिखता है | प्रयागराज कुंभ का आयोजन हर बारा वर्ष पूर्ण होने के बाद होता है | इस बार का जो कुंभमेला है वो प्रयागराज का महाकुंभ है, जो 144 साल बाद लगा है | कुंभ मेला हर तीन साल मे बारी बारी से चार प्रमुख स्थानो मे लगता है, उसमे प्रयागराज हरिद्वार, उज्जैन और नासिक शामिल है | कुंभमेला चार प्रकार का होता है ,अर्ध कुंभ, कुंभ, पूर्ण कुंभ और महाकुंभ | कुंभ मेला प्रयागराज के अलावा हरिद्वार नासिक और उज्जैन में भी लगता है | यह मेला हर 12 साल में ऑर्गेनाइज किया जाता है इसके लिए चारों जगहों को बारी-बारी से चुना जाता है| अर्ध कुंभ मेला इसलिए लगता है क्योंकि इसे कुंभ मेले का आधा चक्र मानते हैं | इसलिए यह हर 6 साल में मनाया जाता है | हालांकि अर्ध कुंभ मेला केवल दो जगहों हरिद्वार और प्रयागराज पर ही लगता है | वहीं 12 साल बाद मनाए जाने वाले प्रयागराज के कुंभ मेले को ही पूर्ण कुंभ मेला कहा जाता है| इसका अर्थ है पूर्ण कुंभ केवल प्रयागराज में संगम तट पर ऑर्गेनाइज होता है |

इस मेले मे धार्मिक आस्था और संस्कृति का एक अनोखा संगम देखने को मिलता है | कुंभ मेले मे संपूर्ण भारत के साथ साथ पुरे विश्व के लाखो की संख्या मे श्रद्धालू पवित्र संगम मे स्नान करने के लिए आते है | 2025 का महाकुंभ श्रद्धालू के लिये एक अविस्मरणीय अनुभव है|

महाकुंभ शाही स्नान तिथी : Mahakumbh Mela 2025 Shahi snan Dates

प्रयागराज मे महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी 2025 से हो गई है और 26 फरवरी महाशिवरात्री को महाकुंभ का अंतिम अमृत स्नान होगा | इस महाकुंभ का मुख्य आकर्षण नागा संन्यासी है| हजारो सालो से चलने वाले कुंभ मेले मे ऐसी खास बात है की जो बिना किसी इनविटेशन के हजारो लोक शाही स्नान मे डुबकी लगाने आ जाते है| बडे बडे साधू , संन्यासी, नागा साधू संसार मोह माया का त्याग कर चुके है, वो हजारो किलोमीटर चल के सिर्फ शाही स्नान करणे आ जाते है| कुंभ मे कही विदेशी श्रद्धालु शामिल होकर,भारत की संस्कृति को बहुत करीब से जानते है| आइये जानते हैं महा कुंभ का अगला और आखरी शाही स्नान कब है?

महाकुंभ 2025 के शाही स्नान की तिथी

  • 13 जनवरी (सोमवार) – पौष पूर्णिमा पर स्नान
  • 14 जनवरी (मंगलवार) – मकर संक्रांति पर अमृत स्नान
  • 29 जनवरी (बुधवार) – मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान
  • 3 फरवरी (सोमवार) – वसंत पंचमी पर अमृत स्नान
  • 12 फरवरी (बुधवार) – माघी पूर्णिमा पर स्नान
  • 26 फरवरी (बुधवार) – महाशिवरात्रि पर स्नान

फरवरी में कब है महाकुंभ शाही स्नान?

1) वसंत पंचमी का स्नान – प्रयागराज प्रयागराज महा कुंभ का अमृत स्नान 3 फरवरी को मतलब वसंत पंचमी को हो गया है| महाकुंभ के हर एक स्नान का एक विशेष महत्त्व है |

2)माघ पूर्णिमा का स्नान – महाकुंभ 2025 का चौथा स्नान 12 फरवरी को यानी माघ पूर्णिमा को होगा |

3)महाशिवरात्रि का स्नान – प्रयागराज 2025 महाकुंभ का आखरी स्नान 26 फरवरी यानी महाशिवरात्री के दिन रहेगा |

शाही स्नान(अमृत स्नान) का महत्व

हिंदू धर्म में शाही स्नान का बहुत अधिक महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शाही स्नान के दिन पवित्र गंगा जी में स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है, और आत्मा शुद्ध होती है। शाही स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है, जिससे व्यक्ति जन्म-मरण के बंधन से मुक्त हो सकता है। साथ ही, यह स्नान पितरों की शांति के लिए भी अत्यंत लाभकारी माना जाता है, जिससे पितृ दोष दूर हो जाते हैं।

कुंभ मेले में किसी भी दिन स्नान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है, लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शाही स्नान करने से व्यक्ति को अमरत्व का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह स्नान आध्यात्मिक उन्नति और जीवन में शुद्धता लाने का एक अनमोल अवसर है।

FAQ

1. बसंत पंचमी के बाद महाकुंभ 2025 का अगला बड़ा स्नान कब होगा?

बसंत पंचमी (3 फरवरी 2025) के बाद महाकुंभ का अगला बड़ा स्नान माघी पूर्णिमा के दिन 12 फरवरी 2025 को होगा।

2. माघी पूर्णिमा का महत्त्व क्या है?

माघी पूर्णिमा हिंदू पंचांग के अनुसार माघ महीने की पूर्णिमा तिथि को आती है। इस दिन गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में स्नान करना बेहद शुभ माना जाता है।

3. माघी पूर्णिमा के बाद महाकुंभ का अंतिम बड़ा स्नान कब होगा?

माघी पूर्णिमा के बाद महाकुंभ का अंतिम और सबसे प्रमुख स्नान महाशिवरात्रि (26 फरवरी 2025) को होगा। यह महाकुंभ का समापन स्नान माना जाता है।

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